Accident Due to use of mobile: हमारे देश में सड़कों (Roads) का जाल बिछाया जा रहा है और सरकार (Government) कोशिश में है कि जल्द से जल्द भारतीय सड़कों (Indian Roads) को विदेशी सड़कों के जैसे बना दिया जाए. इसके लिए कई प्रयास भी किए जा रहे हैं. लेकिन इन सब के बीच रोड एक्सीडेंट (Road Accident) भी चिंता का विषय है. देश में आए दिन रोड एक्सीडेंट के मामले सामने आते हैं. शराब पीकर गाड़ी चलाना (Drink And Drive), हाई-स्पीड (High Speed) में गाड़ी चलाना हो या फिर रैश ड्राइविंग (Rash Driving) की वजह से एक्सीडेंट (Accident) मामले हों लेकिन इन मामलों के अलावा अब मोबाइल का इस्तेमाल (Mobile Phone Use) की वजह से एक्सीडेंट (Accident) के मामले भी बढ़ने लगे हैं. इनमें कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए वाहन (Vehicle) चलाने से होती हैं तो कुछ ऐसी होती हैं जो मोबाइल पर बात करते हुए पैदल (Walk) चल रहे हैं फिर भी एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं.
देश में हर तीसरी मौत नेशनल हाईवे या एक्सप्रेस वे पर होती है. हैरान करने वाली बात ये है कि सड़क हादसों के सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं. इस मामले पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन हादसों को रोका जा सकता है खासतौर से मोबाइल यूज करके हुए सड़क हादसों को. मोबाइल पर बात करते वक्त वाहन चलाते समय अटेंशन में कमी आती है और उसी से खतरा भी बढ़ जाता है. जरूरी है कि इसके बारे में खुद से ही ध्यान दिया जाए और समझदारी से वाहन चलाते वक्त या फिर सड़क पार करते या चलते वक्त मोबाइल फोन का इस्तेमान न किया जाए.
क्या कहते हैं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़े
सड़क परिवहन और राजमार्ग के आंकड़ों के मुताबिक हर साल लगभग 17 हजार लोगों की मौत मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की वजह से हो जाती है. ये आंकड़ा वाकई में चौंका देने वाला है. इन्हीं आंकड़ों की अगर मानें तो साल 2018 में 17560 लोगों की मौत सड़क हादसों में सिर्फ इसलिए हो गई क्योंकि वो मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे. वहीं अगर साल 2019 की बात करें तो 26.3 फीसदी लोग दुर्घटना के शिकार हुए तो वहीं साल 2020 में 2697 लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हुए. हालांकि इसमें हिमाचल प्रदेश का डाटा नहीं दिया है. इनमें 5.2 लोग ऐसे हैं जो नेशनल हाईवे पर मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए सड़क दुर्घटना का शिकार हुए हैं
सबसे ज्यादा इस उम्र के लोग होते हैं शिकार
रिपोर्ट (Report) के मुताबिक सबसे ज्यादा 23 से 35 साल के नौजवान लोग (Young People) सड़क हादसों (Road Accidents) का शिकार होते हैं. साल 2020 में इस उम्र के करीब 35 हजार लोगों की मौत सड़क हादसों की वजह से हो चुकी है. कुछ केसों में ओवर स्पीडिंग (Over Speeding) भी वजह मानी गई है. इन सब के अलावा शराब पीकर गाड़ी चलाना (Drink And Drive), रेड लाइट जंप (Red Light Jump) कर देना इनमें ये वजहें भी शामिल हैं.